बुढ़ापो

ओ दइया जो आओ बुढ़ापो।
मरवे खां तरसाओ बुढ़ापो।
करयाई नईं सूधी हो रई,
मजबूरी सी लाओ बुढ़ापो।
जो जाड़ो अब कैसे कटने,
पल्ली में भरयाओ बुढ़ापो।
बउएं लरका सब ललकारें,
फांसी-सी ले आओ बुढ़ापो।
मोरे रये से घर की सोभा,
बिगरे ऐसो आओ बुढ़ापो।
दो रोटी भी भारी हो गई,
विधना काय बनाओ बुढ़ापो।
  
                                 -परमानंद

खां = के लिए, करयाई = कमर,  भरयाओ = भर आया, बउएं = बहुएँ

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